वृक्ष हमारे जीवन में
एहम भूमिका निभाते हैं यह हमारे द्वारा छोड़े गए कार्बनडाईऑक्साइड गैस को खींच लेते
हैं और हमें ओक्सिजन देते हैं।
मानव जीवन में वृक्षों का विशेष महत्व है। वन महोत्सव भारत
में जुलाई महीने के पहले सप्ताह को मनाया जाता है इन दिनों देश भर में लाखों की
संख्या में पेड़ -पौधे लगाए जाते हैं। कुछ वर्षों में जंगलों और वृक्षों की होती
अँधा -धुंध कटाई के कारण वातावरण का संतुलन बिगड़ गया है और मौसम में काफी बदलाव आ
गया है लगातार तापमान में बढ़ोतरी हो रही है को देखते हुए वृक्ष लगाना अनिवार्य हो
गया है। वृक्षों की कटाई के कारण कुदरत इसका बदला हमसे ले रही है बाढ़ , सूखा ,फैलता हुआ प्रदूषण आदि
के रूप में हमें परिणाम मिल रहे हैं। वन महोत्सव सन 1950 में
शुरू किया गया था हमारे भारत देश में पेड़ों की विशेष रूप से पूजा की जाती है यहां
के लोग पेड़ों को देवता के रूप में पूजते हैं कुछ पेड़ों की पत्तियां और टहनियों को
तो विशेष पूजा में इस्तेमाल किया जाता है जिससे ज्ञात होता है के प्राचीन समय से
ही मनुष्य पेड़ों की पूजा अर्चना करता आ रहा है। इसीलिए मनुष्य को वृक्षों के महत्व
को समझना चाहिए ता जो वृक्षों की कटाई को रोका जा सके और हर वर्ष वन महोत्सव के
दिनों में लाखों पेड़ -पौधे लगाकर लोगों को इनके प्रति जागरूक किया जाता है
केन्द्रीय
विद्यालय प्रगति विहार में दिनांक 01.07.2024 से 07.07.2024 तक
वन महोत्सव मनाया गया ,जिसमे सभी बच्चों एवं शिक्षकों ने
विद्यालय प्रांगण में पोधे लगाए गए ,बच्चों
ने इस अवसर पर पोस्टर बनाना ,चित्र
कला प्रतियोगिता आदि गतिविधियो में भाग लिया ।